नींद ना आना

नींद ना आना :-

 

 

आजकल की व्यस्ततम एवं भागदौड़ भरी जीवनशैली, तनावपूर्ण वातावरण, अकेलापन सहित कई कारणों से हमारी नींद प्रभावित होती है। नींद का सीधा संबंध हमारे मस्तिष्क से है। अगर हम पर्याप्त नींद नहीं लेंगे तो हमारे मस्तिष्क को आराम नहीं मिलेगा और हम अवसाद से ग्रसित हो जाएंगे। जिसका असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ेगा और यह हमारे लिए काफी नुकसानदेह साबित होगा।

 

रिसर्च के अनुसार नींद न आने के पीछे सबसे आम वजह तनाव होती है.तनाव होने पर शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है जोकि एक स्ट्रेस हार्मोन है. इसके कारण शरीर आराम की स्थिति में नहीं रह पाता और ब्रेन एक्टिव रहता है, जिससे नींद आना मुश्किल हो जाता है.

 

स्लीप एप्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसके कारण या तो नींद पूरी नहीं होती या पूरी नींद के बाद भी आप थका-थका महसूस करते हैं.

 

रिसर्च बताते हैं कि क्रॉनिक डिहाइड्रेशन भी नींद ना आने की वजह बन सकती है. मतलब दिनभर उचित मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन ना करना भी नींद ना आने का कारण है.

 

इन्सोम्निया एक ऐसा स्लीप डिसऑर्डर है, जो आपको रात में नींद ना आने और दिनभर थका हुआ महसूस करने का कारण हो सकता है.

 

कैफीन के अधिक सेवन से नींद पूरी तरह से डिस्टर्ब हो जाती है. यह हमारे शरीर में एड्रिनल हॉरमोन को बढ़ाता है, जिससे हम दोबारा एक्टिव और एनर्जेटिक हो जाते हैं. इसलिए चाय-कॉफी का सेवन कम करें.

 

उपाय:-

नींद न आने पर बेड पर लेटकर कुछ योग करें. कुछ ऐसे योग हैं जो अच्‍छी नींद लाने में उपयोगी साबित हुए हैं जैसे भ्रामरी, प्राणायाम और शवासन करने से तुरंत नींद आ सकती है.

 

– नींद न आने पर एक्‍यूप्रेशर थेरेपी का सहारा लें. हमारे शरीर में कई ऐसे खास बिंदु (points) हैं जिनको दबाने से नींद आ सकती है. अपने हाथ के अंगूठे को अपनी आईब्रोज के बीच 30 सेकंड तक रखें और हटाएं. इस प्रक्रिया को 4 से 5 बार करें.

 

– आप सीधे लेटकर अपनी पलकों को जल्दी-जल्दी झपकाएं. आंखें थक जाएंगी और आपको जल्दी नींद आएगी.

 

– पूरे दिन की घटनाओं को उल्टे क्रम (reverse order) में याद करें. ऐसा करने पर दिमाग पर जोर पड़ेगा और नींद आएगी.

 

– दिनभर शरीर को एक्टिव रखें. जॉगिंग, वॉकिंग और स्‍वीमिंग करने से रात को गहरी नींद आती है.

 

होम्योपैथी में उपचार :-

होम्योपैथी में अनिद्रा का इलाज करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य को लक्षणों से जोड़ा जाता है ताकि इसके कारण का पता लगाया जा सके, फिर व्यक्ति को उचित दवा दी जाती है, जिससे समस्या को प्राकृतिक तरीके से धीरे-धीरे ठीक किया जा सके। नक्स वोमिका (Nux Vomica), सिलेशिया (Silicea) और कॉफिया क्रूडा (Coffea cruda) ऐसी होम्योपैथिक दवाएं हैं, जिन्हें अनिद्रा के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

 

अधिक जानकारी के लिए डा हेमन्त श्रीवास्तव से सम्पर्क करें ! 

Pramila homeo clinic and research centre.

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