बच्चों को दें खुशनुमा माहौल

बच्चों को दें खुशनुमा माहौल:-डॉ. हेमन्त श्रीवास्तव( वरिष्ठ होम्योपैथ चिकित्सक) , मोटिवेशनल स्पीकर,

विगत दो वर्षों से हमारा देश करोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है इन वर्षों में कई बार परिस्थितियां बदली लॉकडाउन भी लगा जिससे लोग  घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए इसका सीधा असर हमारे नन्हे मुन्ने बच्चों पर पड़ा  है जो निश्चित रूप से मानसिक व्याधियों से ग्रसित हो चुके हैं यह चिड़चिड़ापन भूख ना लगना और हर बात के लिए जिद करना यह बच्चों में प्रमुखता से देखा जा रहा है अगर ऐसा ही माहौल रहा तो निश्चित रूप से बच्चे मानसिक दोष से ग्रसित हो सकते हैं और उनके आने वाला भविष्य एक विकट रूप ले सकता है बच्चों के विद्यालय बंद होने से उनको एक जैसा माहौल हमेशा मिल रहा है जिससे उनकी परेशानियां और भी बढ़ गई है स्कूल से होने वाले ऑनलाइन क्लासेस पर भी वो ध्यान नहीं  दे पा रहे हैं और ना ही विद्यालय के द्वारा लंबे समय तक संचालित ऑनलाइन क्लासेज को अटेंड कर पा रहे हैं!
ऐसे मे आवश्यकता है उनके माहौल को बदलने की ,उन्हें  खुले हवाओं में खुले वातावरण में ले जाएं संगीत के प्रति लगाव  बढ़ाएं, पेंटिंग और तरह-तरह के खेल क्रिया विधियों के बारे मे जानकारी दें ,
यह हम सभी के लिए तनावपूर्ण समय है और हमारे अतिरिक्त देखभाल से हर किसी को फायदा मिल सकता है। तो थोड़ा समय बच्चों के लिए जरूर निकालें। उनसे उनकी तरह की बातें करें, खेलें और भी दूसरी एक्टिविटीज करें।